शब्द का अर्थ
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अव्याकृत :
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वि० [सं० न० त०] १. जो व्याकृत न हो। २. जिसमें कोई विकार न हुआ हो या न उत्पन्न किया गया हो। ३. जो प्रकट या स्पष्ट न हो। ४. जो कारण के रूप में न हो। पुं० १. वह मूल तत्त्व जिसमें सब वस्तुएँ उत्पन्न हुई हों। २. प्रकृति। (सांख्य)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अव्याकृत-धर्म :
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पुं० [सं० कर्म० स०] ऐसा स्वभाव जिसमें शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के कर्म किये जा सके। (बौद्ध)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |