आर्ष-प्रयोग/aarsh-prayog

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

आर्ष-प्रयोग  : पुं० [सं० कर्म० स०] भाषा के क्षेत्र में, किसी पद या शब्द का ऐसा प्रयोग जो व्याकरण के नियमों से ठीक न सिद्ध न होने पर भी इसलिए प्रचलित तथा मान्य हो कि प्राचीन ऋषि आदि ऐसा प्रयोग कर गये हैं।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ