| शब्द का अर्थ | 
					
				| उझल					 : | स्त्री० [हिं० उलझना] १. उलझने या उँड़ेलने की क्रिया या भाव। २. वर्षा। वृष्टि। ३. अचानक किसी चीज के बहुत अधिक मात्रा में आ पड़ने का भाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझल					 : | स्त्री० [हिं० उलझना] १. उलझने या उँड़ेलने की क्रिया या भाव। २. वर्षा। वृष्टि। ३. अचानक किसी चीज के बहुत अधिक मात्रा में आ पड़ने का भाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझलना					 : | अ० [सं० उज्झरण] वेग से किसी चीज का दूसरी चीज में आ गिरना या आ पड़ना। उदाहरण—वह सेनि दरेरन देति चली मनु सावन की सरिता उझली।—सूदन। स० =उँड़ेलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उझलना					 : | अ० [सं० उज्झरण] वेग से किसी चीज का दूसरी चीज में आ गिरना या आ पड़ना। उदाहरण—वह सेनि दरेरन देति चली मनु सावन की सरिता उझली।—सूदन। स० =उँड़ेलना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |