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			| शब्द का अर्थ |  
				| उदंचन					 : | पुं० [सं० उद्√अञ्ज् (गति)+ल्युट-अन] [भू० कृ० उदंचित] १. ऊपर की ओर खींचने, फेकने, ले जाने आदि की क्रिया या भाव। २. कुएँ आदि से जल निकालना। ३. वह पात्र जिससे कुएँ में से जल निकाला जाता हो। जैसे—घड़ा, बाल्टी आदि। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| उदंचन					 : | पुं० [सं० उद्√अञ्ज् (गति)+ल्युट-अन] [भू० कृ० उदंचित] १. ऊपर की ओर खींचने, फेकने, ले जाने आदि की क्रिया या भाव। २. कुएँ आदि से जल निकालना। ३. वह पात्र जिससे कुएँ में से जल निकाला जाता हो। जैसे—घड़ा, बाल्टी आदि। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |