शब्द का अर्थ
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उपाव :
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पुं०=उपाय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपाव :
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पुं०=उपाय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपावर्तन :
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पुं० [सं० उप-आ√वृत्(बरतना)+ल्युट-अन] [भू० कृ० उपावृत्त] १. फिर से आना। २. वापस आना। लौटना। ३. पास आना। ४. चक्कर देना। ५. विरत होना। छोड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उपावर्तन :
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पुं० [सं० उप-आ√वृत्(बरतना)+ल्युट-अन] [भू० कृ० उपावृत्त] १. फिर से आना। २. वापस आना। लौटना। ३. पास आना। ४. चक्कर देना। ५. विरत होना। छोड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |