शब्द का अर्थ
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					ऋष्य					 :
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					पुं० [सं०√ऋष् (हिसा)+यत्० नि०] १. काले रंग का एक प्रकार का मृग। २. एक तरह का कोढ़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ऋष्य-केतन					 :
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					पुं० [ब० स०] =अनिरुद्ध।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ऋष्य-केतु					 :
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					पुं० [ब० स०] =अनिरुद्ध।				 | 
			
			
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					ऋष्य-मूक					 :
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					पुं० [ब० स०] दक्षिण भारत का एक प्रसिद्ध पर्वत।				 | 
			
			
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					ऋष्य-श्रृंग					 :
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					पुं० [ब० स०] विभांडक ऋषि के पुत्र एक प्रसिद्ध ऋषि—जिनका विवाह राजा लोमपाद की कन्या शांता से हुआ था।				 | 
			
			
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