| शब्द का अर्थ | 
					
				| ऐयार					 : | पुं० [अ०] [स्त्री० ऐयारा, भाव० ऐयारी] १. सब कामों और बातों में बहुत ही कुशल तथा चतुर व्यक्ति। २. तिलस्मी कथा-कहानियों में उक्त गुणों से युक्त ऐसा व्यक्ति जो अनेक प्रकार के वेश बदलकर बड़े-बड़े दुष्कर कार्य कर सकता हो। | 
			
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				| ऐयारी					 : | स्त्री० [अ०] १. ऐयार होने की अवस्था या भाव। चालाकी। २. ऐयार का कार्य अथवा उसका पेशा। वि० ऐयारों या उनके कामों से संबंध रखनेवाला। जैसे—ऐयारी उपन्यास। | 
			
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