शब्द का अर्थ
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कदरदान :
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विं० [अ०+फा०] १. किसी का महत्त्व समझकर उसकी प्रतिष्ठा या संमान करने वाला। २. जो किसी के गुणों का ठीक और पूरा महत्त्व आँक सकेय। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कदरदानी :
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स्त्री० [अ०+फा०] कदरदान होने की अवस्था या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |