शब्द का अर्थ
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					कलाधर					 :
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					पुं० [सं० कला√धृ (धारण करना)+अच्] १. वह जो अनेक कलाओं या विद्याओं का ज्ञाता हो अथवा किसी कला में विशेष रूप से प्रवीण हो। २. चन्द्रमा। ३. शिव। ४. दंडक छंद का एक भेद जिसके प्रत्येक चरण में एक गुरु और एक लघु के क्रम से १५ गुरु और १५ लघु वर्ण होते हैं और तब अन्त में एक गुरु होता है।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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