शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कसब					 :
				 | 
				
					पुं० [अ०] १. परिश्रम। मेहनत। २. कारीगरी। कौशल। ३. पेशा। व्यवसाय। ४. दुष्चरित्रा स्त्रियों का व्यभिचार के द्वारा धन कमाना। क्रि० प्र०—कमाना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कसबा					 :
				 | 
				
					पुं० [अ० कस्बः] [वि० कसबाती] ऐसी बस्ती जो गाँव से कुछ बड़ी और शहर से छोटी हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कसबाती					 :
				 | 
				
					वि० [अ० कसबा] १. कसबे में रहने या होनेवाला। (गँवार और नागरिक के बीच का) २. कसबे का निवासी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कसबिन					 :
				 | 
				
					स्त्री०=कसबी (वेश्या)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कसबी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [अ० कसब] १. कसब अर्थात् व्यभिचार करके जीविका निर्वाह करनेवाली स्त्री। २. रंडी। वेश्या। स्त्री० [हिं० कसना] वह पट्टा या फीता जिससे ऊँट की पीठ पर कजाबा कसा जाता है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कसबीखाना					 :
				 | 
				
					पुं० [फा०] कसबी या कसबियों के रहने और व्यभिचार कराने का स्थान। वेश्यालय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |