शब्द का अर्थ
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कितक :
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क्रि० वि० [हिं० कितना+एक] कितना। वि० कितने ही। अनेक। कई। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कितका :
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वि० [सं० कियत्] एक सार्वनामिक विशेषण जो संज्ञाओं के पहले लगकर ये अर्थ देता है-(क) प्रश्नवाचक रूप में, किस परिणाम या मात्रा का (अथवा में) जैसे—इस काम में कितना सयम लगेगा (ख) मानवाचक रूप में, जितना हो सकता हो, उतना अर्थात् बहुत या यथेष्ट। जैसे—उसे कितना समझाया पर वह मानता ही नहीं। पद—कितना भी या ही=जितना हो सकता हो। बहुत अधिक। जैसे—वह कितना भी दे पर संतोष नहीं होता।—भारतेन्दु। कितने ही=अनेक। कई। जैसे—पृथ्वी के कितने ही अंश धीरे-धीरे ऊपर उठ रहे हैं। |
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समानार्थी शब्द-
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