शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					कीच					 :
				 | 
				
					पुं० =कीचड़।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कीचक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० की√चक् (तृप्ति)+अच्] १. खोखला या पोला बाँस। २. राजा विराट का साला जो उसका सेनापति भी था।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कीचड़					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० कीच+ड़ (प्रत्य)] १. किसी स्थल पर पानी, मिट्टी आदि के जमा होने पर बननेवाला गाढ़ा घोल। कर्दम। पंक। मुहावरा—(किसी पर कीचड़ उछालना=किसी को अपमानित करने के लिए उसके संबंध में इधर-उधर की झूठी-सच्ची निंदात्मक बातें कहना। २. किसी तरल वस्तु में का गाढ़ा मल। जैसे—(क) आँख का कीचड़। (ख) तेल का कीचड़। ३. विपत्ति या संकट की स्थिति। मुहावरा—कीचड़ में फसना=विपत्ति या संकट में पड़ना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					कीचा					 :
				 | 
				
					पुं० =कीच (कीचड़)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |