शब्द का अर्थ
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					कीलक					 :
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					वि० [सं०√कील्+ण्वुल-अक] १. कीलन करनेवाला। २. कीलनेवाला। पुं० १. बड़ी कील या काँटा। २. गौएँ आदि बाँधने का खूँटा। ३. ऐसा यंत्र या साधन, जो किसी का प्रभाव या शक्ति रोककर उसे व्यर्थ कर दे। ४. ज्योतिष में ६॰ संवत्सरों में से बयालीसवाँ संवत्सर। ५. मंच का मध्य भाग। ६. एक तांत्रिक देवता। ७. दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के समय पढ़ा जानेवाला एक स्तव या स्त्रोत। ८. एक प्रकार के केतु या पुच्छल तारे।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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