शब्द का अर्थ
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कीलन :
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पुं० [सं०√कील्+ल्युट-अन] १. कील लगाकर बाँधने या रोकने की क्रिया या भाव। २. किसी क्रिया, गति या शक्ति को पूरी तरह से निष्फल या व्यर्थ करना। ३. वह उपचार जिससे किसी मंत्र की शक्ति रोककर व्यर्थ कर दी जाती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कीलना :
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स० [सं० कीलन] १. किसी चीज में कील अथवा कील जैसी कोई नुकीली वस्तु गाड़ना या ठोंकना। २. दो वस्तुओं को जोड़ने के लिए उसमें कील आदि ठोंकना। ३. कील आदि ठोंककर किसी चीज का मुँह बन्द करना। जैसे—तोप में कुंदा कीलना, बोतल में काग कीलना। ४. किसी की आगे बढ़ती हुई गति या शक्ति को बीच में रोकना। जैसे—मंत्र-बल से साँप को कीलना। उदाहरण—जानत हौं कलि तेरेऊ मनु-गन कीले।—तुलसी। ५. बहुत सी चीजों को एक में बाँधना, मिलाना या लगाना। उदाहरण—आधा बाजा, आधा गोला। सब को लेकर एक में कीला।—‘दफ्तर’ की पहेली। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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