शब्द का अर्थ
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					कुकर					 :
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					पुं० [अं०] एक प्रकार का बडा पात्र, जिसमें कई डब्बें होते हैं और जिसमें भाप की सहायता से दाल, चावल, तराकरी आदि चीजें अलग-अलग रखकर एक ही समय में पकाई जाती हैं। पुं० [स्त्री० कुकरी]=कुकुर (कुत्ता)। पुं० [स्त्री० कुकरी]=कुक्कुट (मुरगा) जैसे—जल कुकरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कुकरी					 :
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					स्त्री० [?] १. घाव के ऊपर जमनेवाली झिल्ली। झिल्ली। २. दर्द। पीड़ा। स्त्री०=खुखड़ी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कुकरौंदा					 :
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					पुं० =कुकरौंधा।				 | 
			
			
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					कुकरौंधा					 :
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					पुं० [सं० कुक्कुरद्रु] एक छोटा जंगली पौधा, जिसकी पत्तियां पालक की पत्तियों-जैसी पर कुछ बड़ी होती है और जो दवा के काम आता है। कुकुरमुत्ता।				 | 
			
			
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					कुकर्म (न्)					 :
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					पुं० [सं० कुगति० स०] कुत्सित और निदनीयं कर्म। बुरा कर्म।				 | 
			
			
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					कुकर्मी					 :
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					वि० [सं० कुकर्म+इनि] कुकर्म, अर्थात् कुत्सित तथा निंदनीय काम करनेवाला।				 | 
			
			
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