शब्द का अर्थ
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					कूब					 :
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					पुं० =कूबड़।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबड़					 :
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					पुं० [सं० कूवर] १. पीठ के टेढ़ेपन के कारण होनेवाला उस पर का उभार जो एक प्रकार का रोग है। २. किसी चीज का उभारदार टेढ़ापन या गोलाई। हम्प। जैसे—ऊँट का कूबड़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबड़ा					 :
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					पुं० =कुबड़ा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबर					 :
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					पुं० [सं०√कू (शब्द)+व (व) रच्] १. कूबड़। २. बाँस, जो रथ या गाड़ी में जुआ बाँधे जाने के लिए लगता है। युगंधर। ३. रथ या गाड़ी का वह भाग जिस पर रथी या गाड़ीवान बैठता है। वि०=कुबड़ा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबर					 :
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					(ा) पुं० =कुबड़ा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबरी					 :
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					पुं० =कूबड़।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कूबा					 :
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					पुं० =कूबड़। वि०=कूबड़ा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |