शब्द का अर्थ
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					कृपाण					 :
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					पुं० [सं०√कृप् (सामर्थ्य)+आनच्] [स्त्री० अल्पा० कृपाणी] १. छोटी तलवार प्रायः जैसी सिख लोग अपने पास रखते हैं। कटार। २. ३२ वर्णों का एक वर्णवृत्त जो मुक्तक दण्डक का एक भेद है तथा जिससे प्रत्येक चरण में आठ-आठ वर्णों पर यति होती है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कृपाणक					 :
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					पुं० [सं० कृपाण+कन्] दे० ‘कृपाण’।				 | 
			
			
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					कृपाणिका-					 :
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					स्त्री० [सं० कृपाणक+टाप्, इत्व] छोटी तलवार। कटारी।				 | 
			
			
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					कृपाणी					 :
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					स्त्री० [सं० कृपाण+ङीष्] छोटी तलवार।				 | 
			
			
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