शब्द का अर्थ
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					कैत					 :
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					स्त्री० [हिं०कित] ओर। तरफ। दिशा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कैतक					 :
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					पुं० [सं० केतकी+अण्] केतक का फूल। वि० केतक-संबंधी।				 | 
			
			
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					कैतव					 :
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					पुं० [सं० कितव+अण्] १. किसी को छलने या धोखा देने के लिए किया जानेवाला काम। २. जूँए के खेल में लगाया जानेवाला दाँव। ३. जूआ। ४. वैदूर्यमणि। लहसुनिया। ५. धतूरा। वि० १. छलने या धोखा देनेवाला। २. जूआ खेलने या दाँव लगानेवाला।				 | 
			
			
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					कैतवक					 :
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					पुं० [सं० कैतय+कन्] जूए के खेल में की जानेवाली बेईमानी।				 | 
			
			
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					कैतवापह्रुति					 :
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					स्त्री० [सं० कैतव-अपह्रति, तृ०त०] साहित्य में एक अलंकार, जो अपह्रुति का एक भेद माना गया है तथा जिसमें उपमेय के मिस उपमान का कुछ बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया जाता है। जैसे—वह क्या आयें, उनके बहाने साक्षात् ईश्वर ही वहाँ आ गया।				 | 
			
			
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					कैतुक					 :
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					वि० [सं० केतु+कञ्] १. केतु-संबंधी। केतु का० २. केतु से युक्त।				 | 
			
			
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					कैतून					 :
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					स्त्री० [अ] वस्त्रों के किनारे टाँकी जानेवाली एक प्रकार की सुनहरी किनारी या पतली लैस।				 | 
			
			
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