शब्द का अर्थ
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					कैतव					 :
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					पुं० [सं० कितव+अण्] १. किसी को छलने या धोखा देने के लिए किया जानेवाला काम। २. जूँए के खेल में लगाया जानेवाला दाँव। ३. जूआ। ४. वैदूर्यमणि। लहसुनिया। ५. धतूरा। वि० १. छलने या धोखा देनेवाला। २. जूआ खेलने या दाँव लगानेवाला।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कैतवक					 :
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					पुं० [सं० कैतय+कन्] जूए के खेल में की जानेवाली बेईमानी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					कैतवापह्रुति					 :
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					स्त्री० [सं० कैतव-अपह्रति, तृ०त०] साहित्य में एक अलंकार, जो अपह्रुति का एक भेद माना गया है तथा जिसमें उपमेय के मिस उपमान का कुछ बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया जाता है। जैसे—वह क्या आयें, उनके बहाने साक्षात् ईश्वर ही वहाँ आ गया।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |