शब्द का अर्थ
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					कोमला					 :
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					स्त्री० [सं० कोमल+टाप्] १. साहित्य में एक वृत्ति या शैली जिसमें प्रसाद गुण की प्रधानता होती है। इसे ‘पांचालों’ भी कहते हैं। २. खिरनी (पेड़ और फल)।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					कोमलाई					 :
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					स्त्री०=कोमलता।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					कोमलांग					 :
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					वि० [सं० कोमल-अंग० ब० स०] [स्त्री० कोमलांगी] कोमल और फलतः सुन्दर तथा सुखद अंगोंवाला।				 | 
			
			
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					कोमलाभ					 :
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					वि० [सं० कोमल-आभा, ब० स०] कोमल आभावाला। उदाहरण—अलस, उनींदा-सा जग, कोमलाभ, दृग,-सुभग।—पंत।				 | 
			
			
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