शब्द का अर्थ
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					क्यों					 :
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					अव्य० [सं० किम] १. किस अभिप्राय, उद्धेश्य या प्रयोजन से। जैसे—तुम वहाँ क्यों जाया करते हों। २. किस अधिकार से। जैसे—तुमने यह फल क्यो तोड़ा। ३. किस कारण से। किस लिए। जैसे—गर्मियों की छुट्टियों में तुम पहाड़ पर क्यों चले जाते। ४. किस तरह। किस प्रकार। कैसे। उदाहरण—इक रसना सोउ लोचन हानि, कहौ पार क्यों पाउँ।—हितवृंदावनदास। पद—क्योंकर=किस प्रकार। कैसे। क्योंकि-कारण यह है कि। इसलिए कि। क्यों नहीं=अवश्य ऐसा होना चाहिए अथवा है। क्यों न हो=(क) ठीक है ऐसा ही होना चाहिए। (ख) वाह क्या बात है। बहुत अच्छे।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					क्योंड़ा					 :
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					पुं० =केवड़ा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |