शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					चटु					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√चटे (भेदन करना)+कु] १. खुशामद। चापलूसी। २. उदर। पेट। ३. यतियों योगियों आदि का आसन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटु-लालस					 :
				 | 
				
					वि० [ब० स०] (व्यक्ति) जो अपनी खुशामद करवाना चाहता हो। खुशामद-पसन्द।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० चटु+कन] काठ का बड़ा बरतन। कठौता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुकार					 :
				 | 
				
					वि० [सं० चटु√कृ (करना)+अण्, उप० स०] खुशामद करनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुल					 :
				 | 
				
					वि० [सं० चटु+लच्] १. चंचल। चपल। २. सुंदर। ३. मधुर-भाषी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुला					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० चटुल+टाप्] १. बिजली। २. प्राचीन काल का स्त्रियों का एक प्रकार का केश-विन्यास।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुलित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० चटुल+इतच्] १. हिलाया हुआ। २. बनाया सँवारा या सजाया हुआ।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चटुल्लोल					 :
				 | 
				
					वि० [सं० चटुल-लोल, कर्म० स० नि० सिद्धि] १ चंचल। २. सुंदर। ३. मधुर-भाषी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |