शब्द का अर्थ
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तप्तमाष :
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पुं० [ब० स०] प्राचीन काल की एक परीक्षा जिसमें तपे हुए तेल में अभियुक्त के हाथ के उँगलियों डलवाकर यह देखा जाता था कि वह अपरधी या दोषी है या नही। यदि उसकी उँगलियाँ जल जाती थी, तो वह अपराधी समझा जाता था और यदि उँगलियाँ नहीं जलती थी तो वह निर्दोष माना जाता था। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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