शब्द का अर्थ
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					तस्कर					 :
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					पुं० [सं० तद√कृ (करना)+अच् (नि० सुट्-दृ-लोप)] १. दूसरों की चीजें चुरानेवाला। चोर। २. चोर नामक गंध द्र्व्य ३. सुनने की इन्द्रिय। कान। ४. मदन नाम का वृक्ष। मैनफल। ५. बृहत्संहिता के अनुसार एक प्राकर के केतु जो बुध ग्रह के पुत्र माने जाते हैं और जिनकी संख्या ५१ कही गयी है।				 | 
			
			
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					तस्कर-स्नायु					 :
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					पुं० [ब० स०] काकनासा लता।				 | 
			
			
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					तस्करता					 :
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					स्त्री० [सं० तस्कर+तल्-टाप्] तस्कर का कार्य या भाव। चोरी।				 | 
			
			
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					तस्करी					 :
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					स्त्री० [सं० तद्√कृ+ट-ङीप्] १. चोर की स्त्री। २. चोर स्त्री। चोरनी। ३. चोरी।				 | 
			
			
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