शब्द का अर्थ
|
दलक :
|
स्त्री० [हिं० दलकना] १. दलकने की क्रिया या भाव। २. कुछ देर तक होता रहनेवाला बहुत हलका कंप। थरथराहट। ३. रह-रह कर होनेवाली हलकी पीड़ा। टीस। पुं० छुरी की तरह का एक उपकरण जिससे राजगीर नक्काशी के अंदर का मसाला साफ करते हैं। स्त्री० [फा०] गुदड़ी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
दलकना :
|
अ० [सं० दल या दलन] १. किसी चीज के ऊपर के दल या मोटी तह का रह-रहकर कुछ ऊपर उठते और नीचे गिरते हुए काँपना या हिलना। जैसे—चलने में तोंद दलकना। २. डर से काँपना या थर्राना। ३. उद्दिग्न या विकल होना। घबराहट से बेचैन होना उदाहरण—दलकि उठेउ सुनि हृदै कठोरू।—तुलसी। अ० दरकना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स० [सं० दलन] डराकर या भयभीत करके काँपाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |