शब्द का अर्थ
|
दारचीनी :
|
स्त्री० [सं० दारु+चीन] १. तज की जाति का एक प्रकार का वृक्ष जो दक्षिण भारत और सिंहल में होता है। सिंहल में ये पेड़ सुंगधित छाल के लिए बहुत लगाये जाते हैं। यह दो प्रकार की होती है—जीलानी और कपूरी। कपूरी की छाल मे बहुत अधिक सुगंध होती है और उससे बहुत अच्छा कपूर निकलता है। भारतवर्ष अरब आदि देशों में पहले इसकी सुगंधित छाल चीन देश से आती थी, इसी से इसे दारु चीनी कहने लगे २. उक्त पेड़ की सुगंधित छाल जो दवा और मसाले के काम में आती है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|