शब्द का अर्थ
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दौड़ाना :
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सं० [हिं० दौड़ना का सकर्मक रूप] १. किसी को दौड़ने में प्रवृत्त करना। जैसे—इंजन या घोड़ा दौड़ना। २. किसी को बहुत जल्दी या तुरन्त कोई काम कर आने के लिए भेजना। जैसे—रोगी की दशा खराब देखकर डाक्टर को लाने के लिए आदमी दौड़ाया गया। संयो० क्रि०—देना। ३. किसी काम में ऐसी आनाकानी करना कि उसके लिए किसी को कई बार आना-जाना पड़े। जैसे—वे रुपए तो देते नहीं, बार-बार हमारे आदमी को दौड़ाते हैं। ४. किसी चीज को जमीन के साथ घसीटत हुए अथवा ऊपर कुछ दूर तक बढ़ाते हुए बराबर आगे ले जाना। जैसे—बिजली का तार उस कमरे तक दौड़ा दो। ५. किसी चीज को जल्दी जल्दी आगे बढ़ने में प्रवृत्त करना। जैसे—कागज पर कलम दौड़ाना। संयो० क्रि०—देना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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