शब्द का अर्थ
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नाथना :
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स० [सं० नस्तन] १. कुछ विशिष्ट पशुओं के नथने में छेद करना। जैसे–ऊँट या बैल नाथना। २. इस प्रकार किए हुए छेद में लंबी रस्सी पहनाना जो लगाम का काम करती हो तथा जिससे पशु को वश में रखा जाता है। मुहा०–नाक पकड़कर नाथना=बलपूर्वक वश में करना ! ३. किसी चीज के सिरे में छेद करके उसे डोरे, रस्सी आदि से बाँधना। ४. कई चीजें एक साथ रखने की लिए उन में उक्त प्रकार की क्रिया करना। नत्थी करना। ५. लड़ी के रूप में गूँथना, जोड़ना या पिरोना। संयो० क्रि०–डालना।–देना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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