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			| शब्द का अर्थ |  
				| निदर्शना					 : | स्त्री० [सं० नि√दृश्+णिच्+ल्यु–अन, टाप्] साहित्य में, एक अलंकार जिसमें उपमान और उपमेय में सादृश्य का आरोप करके इस प्रकार संबंध स्थापित किया जाता है कि दोनों में बिंब-प्रतिबिंब का भाव प्रकट होता है। जैसे–यह मुख चंद्रमा की शोभा धारण कर रहा है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |