शब्द का अर्थ
|
|
पुरीष :
|
पुं० [सं०√पृ+ईषन्, कित्] १. विष्ठा। मल। गू। २. जल। पानी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीष :
|
पुं० [सं०√पृ+ईषन्, कित्] १. विष्ठा। मल। गू। २. जल। पानी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीष-स्थान :
|
पुं० [ष० त०] मल त्याग करने का स्थान। जैसे—खुड्डी पाखाना, संडास आदि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीष-स्थान :
|
पुं० [ष० त०] मल त्याग करने का स्थान। जैसे—खुड्डी पाखाना, संडास आदि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषण :
|
पुं० [सं० पुरी√ईष् (त्याग)+ल्युट जैसे—अन] विष्ठा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषण :
|
पुं० [सं० पुरी√ईष् (त्याग)+ल्युट जैसे—अन] विष्ठा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषम :
|
पुं० [सं० पुरीष√मा (शब्द)+क] १. मल। विष्ठा। २. गंदगी। कूड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषम :
|
पुं० [सं० पुरीष√मा (शब्द)+क] १. मल। विष्ठा। २. गंदगी। कूड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषाधान :
|
पुं० [सं० पुरीष-आधान, ष० त०] मलाशय। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषाधान :
|
पुं० [सं० पुरीष-आधान, ष० त०] मलाशय। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषोत्सर्ग :
|
पुं० [सं० पुरी-उत्सर्ग, ष० त०] मल-त्याग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
पुरीषोत्सर्ग :
|
पुं० [सं० पुरी-उत्सर्ग, ष० त०] मल-त्याग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |