प्रसादन/prasaadan

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प्रसादन  : पुं० [सं० प्र√सद्+णिच्+ल्युट्—अन] १. किसी को अपने अनुकूल रखने के लिए प्रसन्न करना। २. अन्न। वि० १. प्रसन्न करनेवाला। २. आनन्द या सुख देनेवाला।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
प्रसादना  : स्त्री० [सं० प्र√सद्+णिच्+युच्—अन+टाप्] सेवा। परिचर्या। स० [सं० प्रसादन] प्रसन्न करना(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) अ० प्रसन्न होना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
प्रसादनीय  : वि० [सं० प्र√सद्+णिच्+अनीयर्] जिसे प्रसन्न किया जा सके या प्रसन्न करना उचित हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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