| शब्द का अर्थ | 
					
				| फरहा					 : | पुं० [हिं० फल] धुनियों की कमान का वह चौड़ा भाग जिस पर से होकर ताँत दोनों सिरों तक जाती है। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| फरहाद					 : | पुं० [फा० फ़र्हाद] इतिहास-प्रसिद्ध एक प्रेमी जिसने अपनी प्रेमिका शीरीं के आदेश पर पहाड़ काटकर नहर बनायी थी। कहते है कि किसी कुटनी के धोखा देने पर वह अपना सिर फोड़कर मर गया। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |