शब्द का अर्थ
|
फसाहत :
|
स्त्री० [अ० फसाहत] १. कहने, लिखने आदि की वह शैली जिसमें दैनिक बोलचाल के शब्दों तथा प्रयोगों की बहुलता हो और इसलिए जिसमें स्वाभाविकता तथा प्रसाद गुण हों। २. भाषण या साहित्यिक रचना में होनेवाले उक्त गुण। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|