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			| शब्द का अर्थ |  
				| बष्कय					 : | वि० [सं०√मस्क् (जाना)+अयन्, म—ब, पृषो० स्०—ष] १. (बछड़ा) जो काफी बड़ा हो गया हो। २. हट्टा-कट्ठा। ह्रष्टृ-पुष्ट। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| बष्कयणी					 : | स्त्री० [सं० बष्कय+इनि+ङीष्, न-ण] वह गाय जिसको बच्चा दिये बहुत समय हो गया हो। बकेन। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |