शब्द का अर्थ
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बिसाहना :
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स० [हिं० बिसाह] १. दाम देकर कोई वस्तु लेना। क्रय करना। २. जान-बूझकर अपने पीछे या साथ लगाना। जैसे—किसी से पैर बिसाहना। पुं० १. बिसाहने की क्रिया या भाव। २. मोल लेना। खरीदना। उदाहरण—पूरा किया बिसाहना बहुरि न आवै हद।—कबीर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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