शब्द का अर्थ
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भाँग :
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स्त्री० [सं० भृँग या भृँगी] एक प्रसिद्ध क्षुप जिसकी पत्तियाँ मादक होती है, और नशे के लिए पीसकर पी जाती है। मुहावरा—भाँग छानना=भाँग की पत्तियों को पीसकर और छानकर नशे के लिए पीना। भाँग खा जाना या पी जाना=नशे की सी बातें करना। नासमझी की या पागलपन की बातें करना। घर में भूँजी भाँग न होना=बहुत ही कंगाल या दरिद्र होना। पुं० [?] वैश्यों की जाति। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भाँगड़ा :
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पुं० =भँगड़ा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भाँगर :
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स्त्री० [हिं० भाँगना=तोड़ना] धातु आदि की गर्द या छोटे-छोटे कण। |
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