शब्द का अर्थ
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भिस :
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स्त्री० [सं० विश] कमल की नाल। भँसीड़। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिसज :
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पुं० [सं० भिषज्] वैद्य। (डिं०)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिसटा :
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स्त्री०=विष्टा (मल)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिसत :
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पुं० [फा० बिहिश्त] स्वर्ग। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिसर :
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पुं० [सं० भूसुर] ब्राह्मण। (डिं०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिसिणी :
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वि० =व्यसनी। (डिं०) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिस्त :
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पुं० =बहिश्त (स्वर्ग)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिस्ती :
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पुं० दे० ‘भिश्ती’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |