| शब्द का अर्थ | 
					
				| भेजा					 : | पुं० [सं० भज्जा ?] खोपड़ी के अन्दर का गूदा। मगद। मुहा०—भेजा खाना=दे० ‘मगज’ के अन्तर्गत ‘मगज खाना’। पुं० [हिं० भेजना] १. वह चीज जो भेजी जाय। किसी के यहाँ भेजा जानेवाला पदार्थ। २. चंदा। | 
			
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				| भेजाबरार					 : | पुं० [हिं० भेजा=चंदा+बाजार ?] १. किसी के सहायतार्थ विशेषतः किसी का देय धन चुकाने के उद्देश्य से चंदे के रूप में इकट्ठा किया हुआ धन। २. इस प्रकार धन इकट्ठा करने की एक मध्ययुगीन प्रथा। | 
			
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