शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					मुग्ध					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√मुह् (मूर्छित होना)+क्त] [भाव० मुग्धता] १. जो मूर्च्छित या स्तब्ध हो गया हो। २. मूढ़। मूर्ख। ३. जो किसी पर इतना आसक्त या लुब्ध हो गया हो कि सुध-बुध खो बैठा हो। ४. सीधा-सादा। सरल। ५. निरीह। ६. नया। नवीन। ७. मनोहर। सुन्दर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मुग्ध-बुद्धि					 :
				 | 
				
					वि० [सं० ब० स०] मूर्ख।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मुग्धता					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० मुग्ध+तल्+टाप्] १. मुग्ध होने की अवस्था या भाव। २. सुन्दरता।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मुग्धम					 :
				 | 
				
					वि० [सं० मुग्ध] १. संकेत रूप में कहा हुआ। २. जिसका भेद या रहस्य और लोग न जानते हों। छिपा हुआ गुप्त। ३. चुप। मौन। पुं० जूए में किसी बाजी की वह स्थिति, जिसमें किसी पक्ष की न जीत होती है न हार।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					मुग्धा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० मुग्ध+टाप्] साहित्य में वह नायिका जिसके नवयौवनांकुर निकल रहे हों परन्तु जिसमें अभी काम चेष्टा का भाव उत्पन्न न हुआ हो। इसके ज्ञात यौवना और अज्ञात यौवना दो उपभेद हैं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |