मुहावरा–जीती मक्खी निगलना=जान-बूझकर कोई अनुचित और घृणित कार्य करना। जीते जी मरना=बहुत अधिक कष्ट भोगना। जीना भारी हो जाना=जीवन बहुत अधिक दुःखमय हो जाना/muhaavara–jeetee makkhee nigalana=jaan-boojhakar k
मुहावरा–जीती मक्खी निगलना=जान-बूझकर कोई अनुचित और घृणित कार्य करना। जीते जी मरना=बहुत अधिक कष्ट भोगना। जीना भारी हो जाना=जीवन बहुत अधिक दुःखमय हो जाना :