शब्द का अर्थ
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मेट :
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पुं० [अं०] १. मजदूरों का प्रधान या सरदार। टंडैल। जमादार। २. एक प्रकार का जहाजी कर्मचारी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मेट-माट :
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स्त्री० [हिं० मेटना=मिटाना] झगड़े, विवाद आदि के निपटने या निपटाये जाने की क्रिया या भाव। जैसे—अब उन लोगों में मेट-माट हो गई है। |
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मेटक :
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वि० [हिं० मेटना+क (प्रत्यय)] मिटानेवाला। नाशक। २. नष्ट करनेवाला। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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मेटनहार (ा) :
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वि० [हिं० मेटना+हारा (प्रत्यय)] १. मिटानेवाला। २. नष्ट करनेवाला। |
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मेटना :
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स०=मिटाना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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मेटा :
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पुं० [स्त्री० अल्पा०मेटिया, मेटी] मिट्टी का घड़ा। मटका। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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मेटिया :
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स्त्री० हिं० ‘मेटा’ का स्त्री० अल्पा०। |
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मेटी :
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स्त्री०=मेटिया (मटकी)। |
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मेटुआ :
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वि० [हिं० मेटना] १. मिटानेवाला। २. कृतघ्न। |
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मेट्रन :
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स्त्री० [अं०] वह स्त्री जो लड़कियों, दाइयों आदि के कामों की देख-रेख करती हो। मातृका (मेट्रन)। |
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