शब्द का अर्थ
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मोघ :
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वि० [सं०√मुह् (मुग्ध होना)+घञ्, कुत्व] १. पदार्थ जो ठीक या पूरा काम न दे सकता हो। २. निष्फल। व्यर्थ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मोघ-पुष्पा :
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स्त्री० [ब० स०+टाप्] बंध्या स्त्री। बांझ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मोघिया :
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स्त्री० [देश] वह मोटी, मजबूत और अधिक चौड़ी नरिया जो खपरैली छाजन में बँडेरे पर मँगरा बाँधने में काम आती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |