शब्द का अर्थ
|
मोहनी :
|
स्त्री० [सं० मोहन+ङीष्] १. ऐसी क्रिया, रूप या शक्ति जिससे किसी को पूरी तरह से मोहित किया जा सके। जैसे—उसकी आँखों में कुछ विलक्षण मोहनी थी। २. कोई ऐसा तांत्रिक प्रयोग अथवा कोई ऐसी क्रिया जिससे किसी को अपने वश में किया जा सके। मुहावरा—मोहनी डालना=ऐसा प्रभाव डालना कि कोई पूरी तरह से मोहित हो जाय। मोहनी लगना=उक्त प्रकार की शक्ति के प्रभाव से किसी पर मोहित होना। मोहनी लाना=मोहनी डालना। (देखें ऊपर) ३. लुभावनी और सुन्दरी स्त्री। ४. ज्ञान-क्षेत्र में माया जो लोगों को मोहित करके अपनी ओर आकृष्ट करती है। ५. एक अप्सरा का नाम। ६. दे० ‘मोहिनी’ (भगवान का स्त्री० रूप)। स्त्री० [सं० मोहन] १. एक प्रकार का लम्बा सूत सा कीड़ा जो हल्दी के खेतों में पाया जाता है। इससे तांत्रिक लोग वशीकरण यंत्र बनाते हैं। २. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में सगण, भगण, तगण, यगण और सगण होते हैं। ३. एक प्रकार की मिठाई। ४. पोई का साग। वि० स्त्री० मोहित करनेवाली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मोहनीय :
|
वि० [सं०√मुह्+णिच्+अनीयर] मोहित किये जाने के योग्य। जिसे मोहित किया जा सके या किया जाने को हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|