शब्द का अर्थ
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लासक :
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पुं० [सं०√लस् (क्रीड़ा+ण्वुल—अक] १. लास्य अर्थात् कोमल अंग-भंगी से युक्त नृत्य करनेवाला नर्तक। २. मयूर। मोर। ३. शिव। ४. घड़ा। मटका। ५. एक रोग जिसमें शरीर का कोई अंग बराबर हिलता-डुलता रहता है। वि० १. नाचनेवाला। २. हिलता-डुलता रहनेवाला। ३. खेलवाड़ी। ४. क्रीड़ा रस। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लासकी :
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स्त्री० [सं० लासक+ङीष्] नर्तकी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
लासकीय :
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वि० [सं० लासक+छ—ईय] १. लासक संबंधी। २. लासक रोग से ग्रस्त या पीड़ित। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |