शब्द का अर्थ
|
वज्र-धर :
|
वि० [सं० ष० त०] वज्र धारण करनेवाला। पुं० १. इंद्र। वज्रयान के अनुसार गौतम बुद्ध का एक रूप जिसमें वे अपनी प्रबल शक्ति से साधनों में लगे रहते हैं। ३. वह बौद्ध सिद्ध जो वज्र धारण करनेवाला अर्थात् कमल-कुलिश साधना में पारंगत होता था। ४. उल्लू। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|