शब्द का अर्थ
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					विगर					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. दिगंबर यति। २. पहाड़। ३. भोजन का त्याग करनेवाला व्यक्ति।				 | 
			
			
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					विगर्हण					 :
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					पुं० [सं०] [वि० विगर्हित] बुरे काम के लिए निन्दा करना और बुरा-भला कहना। भर्त्सना।				 | 
			
			
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					विगर्हणा					 :
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					स्त्री० [सं० वि√गर्ह (निन्दा करना)+णिच्+टाप्] भर्त्सना। डाँट-फटकार।				 | 
			
			
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					विगर्हणीय					 :
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					वि० [सं० वि√गर्ह+अनीयर्] निंदरीय।				 | 
			
			
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					विगर्हा					 :
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					स्त्री० [सं० वि√गर्ह+अच्+टाप्]=विगर्हण।				 | 
			
			
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					विगर्हित					 :
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					भू० कृ० [सं० वि√गर्ह+क्त, तृ० त०] १. जिसकी भर्त्सना की गई हो। जिसे डाँट या फटकार बतलाई गई हो। २. बुरा। खराब। ३. निषिद्ध।				 | 
			
			
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					विगर्ही (र्हिन्)					 :
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					वि० [सं० वि√गर्ह+णिनि] विगर्हण करनेवाला।				 | 
			
			
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					विगर्ह्य					 :
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					वि० [सं० वि√गर्ह+यत्] जो भर्त्सना का पात्र हो। डाँटने डपटने या निंदा किये जाने के योग्य।				 | 
			
			
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