शब्द का अर्थ
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					विहार					 :
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					पुं० [सं० वि√हृ (हरण करना)+घञ्] १. घूमना। २. आनन्द प्राप्त करने या मौज लेने के लिए घूमना। ३. घूमने-फिरने तथा आनन्द लेने की जगह। जैसे—उद्यान, बगीचा। ४. प्राचीन काल में बौद्ध श्रमणों के रहने का मठ या आश्रम। ५. रति-क्रीड़ा। ६. रति-क्रीड़ा का स्थान।				 | 
			
			
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					विहारक					 :
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					वि० [सं० वि√हृ+ण्वुल्-अक, विहार+कन्] १. विहार करनेवाला। २. विहार अर्थात् बौद्ध मठ-सम्बन्धी।				 | 
			
			
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					विहारिका					 :
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					स्त्री० [सं० विहार+कन्+टाप्, इत्व] छोटा विहार या मठ।				 | 
			
			
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					विहारी					 :
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					वि० [सं० वि√हृ+णिनि] [स्त्री० विहारिणी] जो विहार करता हो। विहार करनेवाला। पुं० श्रीकृष्ण का एक नाम।				 | 
			
			
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