शब्द का अर्थ
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वीप्सा :
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स्त्री० [सं० वि√आप् (व्याप्त होना)+सन्, इत्व, अ+टाप्] १. व्याप्ति। २. कार्य की निरंतरता सूचित करने के लिए होनेवाली शब्द की आवृत्ति। जैसे—खडे़-खड़े या चलते-चलते। ३. एक प्रकार का शब्दालंकार जिसमें आदर, घृणा, विस्मय, शोक, हर्ष आदि के प्रसंगों में उपयुक्त शब्दों की पुनरावृत्ति होती है। यथा-रीझि रीझि रहसि रहसि हँसि-हँसि उठै साँसें भरि, आँसू भरि कहत दई दई।—देव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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