शब्द का अर्थ
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					संभावन					 :
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					पुं० [सं० सम्√भू० कृ० (होना)+णिच्-ल्युट्-अन संभावना] [वि० संभावनीय, संभावितव्य, संभाव्य, भू० कृ० संभावित] १. कल्पना। भावना। अनुमान। २. इकट्ठा करना। ३. ठीक या पूरा करना। ४. आदर-सम्मान। ५. किसी के प्रति होने वाली पूज्य बुद्धि या श्रद्धा। ६. पात्रता। योग्यता। ७. ख्याति। प्रसिद्धि। ८. स्वीकृति।				 | 
			
			
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					संभावना					 :
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					स्त्री० [सं० संभावन-टाप्] १. किसी घटना या बात के संबंध की वह स्थिति जिसमें उस घटना के घटित होने या उस बात के पूरे होने की शक्यता होती है। ऐसा जान पड़ता है कि अमुक घटना या बात होना बहुत कुछ संभव प्रतीत होता है (पौसिबिलिटी)। २. साहित्य में उक्त के आधार पर एक प्रकार का अलंकार जिसमें इस बात का उल्लेख होता है कि यदि अमुख बात हो जाय तो अमुक बात हो सकती है। जैसे—एहि विधि उपजै लच्छि जब होइ सीय सम तूल।—तुलसी। ३. दे० ‘संभावन’				 | 
			
			
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					संभावनीय					 :
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					वि० [सं० सम्√भू (होना)+णिच्-अनीयर] १. जिसकी संभावना हो या हो सकती हो। २. जिसकी कल्पना की जा सकती हो। ध्यान या विचार में आ सकने योग्य।				 | 
			
			
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