शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					संभाष					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० सं√भाष् (कहना)+घञ्, सम्भाष] १. कथन। बातचीत। संभाषण। २. करार। वादा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाषण					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० सम्√भाष् (भाषण करना)+ल्युट्—अन] [भू० कृ० संभाषित, वि० संभाषणी, संभाष्य] आपस में होनेवाली बातचीत। वार्तालाप।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाषणीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं० सम√भाष् (भाषण अरना)+अनीयर्] जिसके साथ बात-चीत या वार्तालाप किया जा सकता हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाषा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० सम्√भाष (कहना)+अङ्—टाप्] १. संभाषण। २. किसी बात या विषय का तथ्य या स्वरूप जानने के लिए होने वाला वाद विवाद या विचार। (डिबेट)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाषित					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० सं√भाष् (भाषण देना)+क्त] १. अच्छी तरह कहा हुआ। २. जिसके साथ बात-चीत की गई हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाषी (षिन्)					 :
				 | 
				
					वि० [सं० संभाष (भाषण करना)+णिनि] [स्त्री० संभाषिणी] १. कहने वाला। २. बातचीत करना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					संभाष्य					 :
				 | 
				
					वि० [सं० सम्√भाष् (बात-चीत करना)+यत्] १. जिससे बातचीत करना उचित हो। जिससे वार्तालाप किया जा सकता हो। २. (विषय) जिस पर संभाष हो सके। (डिबेटेबुल)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |